एक नई तकनीक के तहत, सीटबेल्ट में एक बायोसेंसर लगाया जाएगा जो ड्राइवर के दिल की धड़कन और सांस लेने की गति को लगातार मापेगा। इस तरह यह ड्राइवर के तनाव के स्तर और उसकी सेहत के बारे में जानकारी देगा। कैसे काम करेगा? यह बायोसेंसर ड्राइवर की सीटबेल्ट में लगा होगा और यह ड्राइवर के शरीर से उत्पन्न होने वाले बहुत ही छोटे बदलावों को भी महसूस कर सकता है। जैसे ही ड्राइवर तनावग्रस्त होता है या थका हुआ महसूस करता है, उसकी दिल की धड़कन और सांस लेने की गति बदल जाती है। बायोसेंसर इन बदलावों को मापेगा और ड्राइवर को या फिर गाड़ी को चेतावनी देगा। क्यों है यह खबर महत्वपूर्ण? यह तकनीक ड्राइविंग को सुरक्षित बनाने में बहुत मददगार साबित होगी। इससे सड़क हादसों को कम किया जा सकता है। साथ ही, यह ड्राइवरों को अपनी सेहत के बारे में जागरूक करने में भी मदद करेगा।



