यह कदम सैनिकों के प्रति एकजुटता दिखाने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए उठाया गया।
सीएम साय ने चित्तरकूट में बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें क्षेत्रीय विकास को गति देने के लिए कई अहम फैसले लिए गए। इस दौरान परंपरागत आदिवासी नेताओं बैगा, गुनीया और सिरहा को सम्मानित किया गया।
इसके बाद मुख्यमंत्री सीआरपीएफ कैंप पहुंचे, जहां अधिकारियों और जवानों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने सीआरपीएफ की वर्दी पहनकर जवानों से बातचीत की, उनका उत्साहवर्धन किया और उनके सेवा कार्यों के लिए उपहार दिए। अधिकारियों ने भी मुख्यमंत्री को एक स्मृति चिह्न भेंट किया।
इस अवसर पर सीआरपीएफ के महिला और पुरुष कमांडो ने पारंपरिक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत किया। सीएम ने जवानों को भोजन परोसा और उनके साथ रात का खाना भी खाया। मुख्यमंत्री ने रात कैंप में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बिताई, जिनमें बस्तर आईजी, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक शामिल थे।
मंगलवार को दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा जिले का दौरा करेंगे। वे केशलू आईटीआई के पास स्थित हेलीपैड से दंतेश्वरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जाएंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री रायपुर लौटकर अपने दौरे का समापन करेंगे।



