ज़ीका वायरस अलर्ट: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने तंत्रिका तंत्र संबंधी जटिलताओं की चेतावनी दी.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ज़ीका वायरस के संक्रमण के कारण तंत्रिका तंत्र संबंधी जटिलताओं, जिनमें गिलियन-बैरे सिंड्रोम शामिल है, की चेतावनी दी है।
भारत में गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे तीन राज्यों में 2024 में कम से कम 151 ज़ीका वायरस के मामले सामने आए हैं।
ज़ीका वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है और आमतौर पर हल्के लक्षणों जैसे बुखार, दाने और जोड़ों का दर्द होता है। हालांकि, कुछ मामलों में यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, खासकर गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं में।
गिलियन-बैरे सिंड्रोम:
गिलियन-बैरे सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्रिका तंत्र पर हमला करती है, जिससे मांसपेशियों की कमजोरी और पक्षाघात हो सकता है। यह ज़ीका वायरस से संक्रमित होने के बाद एक दुर्लभ लेकिन गंभीर जटिलता है।
भारत में स्थिति:
भारत में ज़ीका वायरस के मामलों में वृद्धि चिंता का विषय है। स्वास्थ्य अधिकारी लोगों को मच्छरों के काटने से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। सरकार ने ज़ीका वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट करना और जागरूकता अभियान चलाना शामिल है।
यह खबर क्यों महत्वपूर्ण है?
ज़ीका वायरस एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। यह खबर हमें सतर्क रहने और ज़ीका वायरस से बचाव के उपाय करने की याद दिलाती है।



