कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि मणिपुर विधानसभा का सत्र संवैधानिक रूप से जरूरी था, लेकिन राज्यपाल ने अब तक सत्र नहीं बुलाया।
अनुच्छेद 174(1) के अनुसार, दो सत्रों के बीच अधिकतम छह महीने का अंतर हो सकता है। जयराम रमेश ने पूछा, “राज्यपाल छह महीने से अधिक का अंतर क्यों रख रहे हैं?”
रमेश ने आरोप लगाया कि सत्र को रद्द कर दिया गया क्योंकि भाजपा मुख्यमंत्री का उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं कर सकी। कांग्रेस सोमवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने वाली थी, लेकिन मुख्यमंत्री रविवार रात को इस्तीफा देने के लिए मजबूर हुए।



