हजारीबाग: आगामी रामनवमी पर्व के मद्देनजर हजारीबाग जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए विशेष तैयारियां की हैं। इस वर्ष शोभायात्रा के दौरान ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
ड्रोन से निगरानी और संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
पुलिस मुख्यालय के एडीजी संजय आनंद लाटकर ने हजारीबाग में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिया कि ड्रोन के माध्यम से चिन्हित क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखी जाए। साथ ही, सड़कों के किनारे टायर और अन्य अवरोधक वस्तुओं को हटाने के लिए भी कहा गया है।
पुलिस बल की तैनाती और उपकरणों की उपलब्धता
जुलूस के दौरान प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस अधिकारी और जवानों को वायरलेस सेट, हेडफोन, टॉर्च, सीटी, कंधा माइक, बॉडी प्रोटेक्टर और हेलमेट जैसे आवश्यक उपकरणों से लैस होकर ड्यूटी पर तैनात रहने का निर्देश दिया गया है। इसके अलावा, फायर ब्रिगेड को आपातकालीन स्थिति में पानी रिफिलिंग केंद्र और रूट को चिन्हित कर अवरोध मुक्त रखने के लिए कहा गया है।
वैकल्पिक योजना और त्वरित निर्णय की सलाह
एडीजी लाटकर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक योजना (प्लान बी) तैयार रखें। प्रतिनियुक्त अधिकारियों को त्वरित और विवेकपूर्ण निर्णय लेते हुए स्थिति पर नियंत्रण करने और कंट्रोल रूम को सूचित करने की सलाह दी गई है।
सामाजिक संगठनों के साथ समन्वय
शांति समिति की बैठकों में प्रशासन ने अखाड़ा समितियों और सामाजिक संगठनों के सदस्यों से शांतिपूर्ण माहौल में रामनवमी जुलूस निकालने के सुझाव दिए हैं। ग्रामीण एसपी ऋषभ गर्ग ने कहा कि सभी समुदाय आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाएं और किसी भी गड़बड़ी फैलाने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से निपटेगी।
इन तैयारियों के माध्यम से हजारीबाग जिला प्रशासन सुनिश्चित कर रहा है कि रामनवमी पर्व शांतिपूर्ण और सुरक्षित वातावरण में संपन्न हो, जिससे सभी श्रद्धालु बिना किसी बाधा के त्योहार का आनंद ले सकें।


