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कांके में बीजेपी नेता की हत्या: पुलिस ने दो शूटरों को किया गिरफ्तार.

रांची : झारखंड की राजधानी रांची के कांके इलाके में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के एक नेता की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है। इस हत्याकांड में शामिल दो कुख्यात शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि दोनों अपराधी एक बड़े गैंग से जुड़े हुए हैं और हाल ही में जेल से छूटकर आए थे।

हत्या की पूरी साजिश का खुलासा

बीजेपी नेता की हत्या 25 मार्च की रात उनके घर के पास हुई थी, जब दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। वारदात को अंजाम देने के बाद अपराधी फरार हो गए थे।

पुलिस ने घटना स्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की और अपराधियों की पहचान करने में सफलता पाई। इसके आधार पर एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसने गुप्त सूचना के आधार पर रांची और हजारीबाग में छापेमारी कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

दोनों आरोपी पेशेवर शूटर, जेल से छूटकर आए थे बाहर

गिरफ्तार किए गए अपराधियों की पहचान रवि सिंह और सुनील यादव के रूप में हुई है। दोनों का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है और ये एक कुख्यात गैंग के लिए काम करते थे। पुलिस के अनुसार, दोनों कुछ दिन पहले ही जेल से रिहा हुए थे और बाहर आते ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया।

राजनीतिक रंजिश या गैंगवार? पुलिस की जांच जारी

प्रारंभिक जांच में यह भी संभावना जताई जा रही है कि हत्या के पीछे राजनीतिक रंजिश हो सकती है। हालांकि, पुलिस अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है, जिसमें पुरानी दुश्मनी और गैंगवार जैसी संभावनाओं को खंगाला जा रहा है।

रांची एसएसपी ने बताया, “दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। हम यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या हत्या की साजिश जेल में ही रची गई थी और इसमें और कौन-कौन शामिल हो सकता है।”

इलाके में बढ़ी सुरक्षा, बीजेपी कार्यकर्ताओं में रोष

बीजेपी नेता की हत्या के बाद से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने दोषियों को जल्द से जल्द कड़ी सजा देने की मांग की है।

पुलिस ने इलाके में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।

अगले कदम क्या होंगे?

पुलिस अब यह जांच कर रही है कि हत्या के पीछे असली मास्टरमाइंड कौन है और क्या किसी बड़े गैंग या राजनीतिक साजिश का इसमें हाथ है।

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