अमरावती: भीषण चक्रवात ‘मोंथा’ ने तटीय आंध्र प्रदेश में भयंकर तबाही मचाई है, जिसके तट से टकराने के बाद कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। चक्रवात के कारण नदियाँ उफान पर हैं, जिससे कई मुख्य सड़कों पर पानी भर गया है और यातायात अवरुद्ध हो गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक कर हालात की समीक्षा की है।
एहतियाती उपाय के तौर पर, चक्रवात के टकराने से पहले ही प्रभावित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति पूरी तरह से बंद कर दी गई थी। इससे कई इलाकों में अंधेरा छा गया, लेकिन जानमाल के नुकसान को कम करने में मदद मिली। भारी बारिश और तेज हवाओं के चलते कई स्थानों पर पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं, जिससे राहत और बचाव कार्यों में बाधा आ रही है। मुख्यमंत्री नायडू ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राहत सामग्री वितरण में तेजी लाएँ और सड़क संपर्क बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि एनडीआरएफ (NDRF) और एसडीआरएफ (SDRF) की टीमें लगातार सक्रिय रहें और निचले इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाएँ। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी तरह की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह चक्रवात कृषि और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुँचा चुका है। सरकार ने प्रभावित लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राज्य सरकार पूरी मशीनरी के साथ इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम करने में जुटी हुई है।


