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क्रूज ड्रग्स केस के गवाह की मौत:प्रभाकर सईल को आया हार्टअटैक, NCB पर आर्यन की रिहाई के लिए रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था

कॉर्डेलिया क्रूज ड्रग मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो यानी NCB के पंच और गवाह रहे प्रभाकर सईल का देर रात निधन हो गया है। उनके वकील तुषार खंडारे के मुताबिक चेंबूर के माहुल इलाके में घर पर ही दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हुआ। प्रभाकर ने NCB के अफसर समीर वानखेड़े और केपी गोसावी पर इस केस में गिरफ्तार आर्यन खान को छोड़ने के बदले 25 करोड़ की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था।

उनके इस आरोप के बाद इस केस में NCB की SIT की एंट्री हुई और समीर वानखेड़े को इस केस से अलग किया गया। प्रभाकर के आरोप को आधार बनाकर महाराष्ट्र सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री नवाब मलिक ने भी समीर वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। प्रभाकर की इस तरह हुई मौत के बाद अब एक बार फिर यह मुद्दा चर्चा में है।

प्रभाकर ने लगाया था यह आरोप
आर्यन ड्रग्स केस में प्रभाकर NCB का स्वतंत्र गवाह था। उसका दावा था कि रेड के दौरान वह भी क्रूज पर मौजूद था। प्रभाकर ने दावा किया था कि NCB ने उससे पंचनामा पेपर बताकर खाली कागज पर जबरन साइन करवाए थे। उसे आर्यन या किसी और की गिरफ्तारी के बारे में नहीं पता था।

प्रभाकर ने आरोप लगाया था कि उसने गोसावी को फोन पर डिसूजा को 25 करोड़ रुपये की मांग के बारे में बात करते हुए सुना था और मामला 18 करोड़ पर तय हुआ था, क्योंकि उन्हें 8 करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को देने थे।

प्रभाकर के आरोप के बाद NCB कर रही जांच
प्रभाकर के आरोपों के बाद NCB की विजलेंस विंग ने 4 सदस्यों की टीम बनाकर मामले में जांच शुरू की थी। समीर वानखेड़े जांच टीम के सामने पेश हुए थे और अपनी सफाई रखी थी। जांच के दौरान विजलेंस टीम ने मुंबई पुलिस से मदद की अपील करते हुए, मुंबई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिख कर प्रभाकर सईल को NCB की विजिलेंस टीम के सामने पेश करवाने की बात कही थी। चिट्ठी में दावा किया गया था कि दो दिन तक बुलाने के बाद भी प्रभाकर पेश नहीं हुए हैं। NCB की विजलेंस टीम इस मामले में कई स्वतंत्र गवाहों से पूछताछ कर चुकी है।

कौन है प्रभाकर सईल
आर्यन के साथ सेल्फी लेने वाला प्रभाकर सईल केपी गोसावी का पर्सनल बॉडीगार्ड था। सईल ने अपने हलफनामें में NCB और उसके जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर गंभीर आरोप लगाए थे। सईल ने दावा किया था कि उसने केपी गोसावी और सैम डिसूजा को आर्यन को छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये रंगदारी लेने की बात सुनी थी।

इस 25 करोड़ रुपए में 8 करोड़ रुपए NCB के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। प्रभाकर ने यह भी कहा था कि वह किसी के दबाव में आकर बयान नहीं दे रहा है और ना ही पैसों के लिए ऐसा कर रहा है। उसने महाराष्ट्र के किसी मंत्री से भी संबध होने से इनकार किया था।

Source : Dainik Bhaskar

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