शाहिद, आदिल, ब्रजभाई और ‘शायर गुरु घंटाल’… गुरुग्राम में नफरत के बीज बोने वाले कौन हैं?
हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद की ब्रजमंडल अभिषेक यात्रा के दौरान जमकर पथराव और फायरिंग की गई। जिससे नूंह में हिंसा भड़क उठी। नूंह में भड़की हिंसा की आग धीरे-धीरे गुरुग्राम, पलवल और फरीदाबाद तक जा पहुंची। इस हिंसा में अब तक कुल 7 लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस ने इस मामले में अबतक 176 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा 78 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है। इस हिंसा को भड़काने की पीछे किसका हाथ पुलिस इसकी जांच कर रही है। हिंसा को भड़काने के पीछे कई लोगों के नाम भी सामने आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट के लिए गुरुवार को नूंह में तीन एफआईआर दर्ज की गईं, जिससे बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान तनाव फैल गया।हरियाणा की खट्टर सरकार द्वारा गठित विशेष जांच टीमों ने लगभग 2,000 वीडियो को स्कैन करना शुरू कर दिया है जो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रहे हैं। इस बीच, हरियाणा सरकार ने नूंह झड़प के कारण सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाली सोशल मीडिया सामग्री की जांच करने और लगातार किए जा रहे पोस्ट की निगरानी करने के लिए एक चार सदस्यीय समिति का गठन किया। अधिकारियों ने कहा कि पैनल का नेतृत्व एक विशेष सचिव स्तर का अधिकारी करेगा।इन तीन लोगों के नाम आ रहे सामने
सभी सोशल मीडिया पोस्ट जिन पर गुरुवार को तीन एफआईआर दर्ज की गईं, वे 31 जुलाई को किए गए थे। जिस दिन ये हिंसा हुई उस दिन दो समुदायों के सदस्यों ने खुली धमकियां और धमकियां जारी की थी। इससे सबके पीछे मोनू मानेसर की इस यात्रा में शामिल होने का वीडियो भी रहा। पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में शाहिद की पांच, आदिल की एक और “शायर गुरु घंटाल” की दो पोस्ट का जिक्र है। हालाँकि, यात्रा से पहले धमकी देने वाले एक राजनीतिक कार्यकर्ता के व्यापक रूप से प्रसारित वीडियो का अभी तक एफआईआर में कोई उल्लेख नहीं किया गया है, न ही अपराधी पर मामला दर्ज किया गया है।




