गरियाबंद, छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में नक्सली गतिविधियों के लिए एक बड़ी सफलता मिलती दिखाई दे रही है। यहां सशस्त्र संघर्ष में शामिल उदंती एरिया कमेटी ने हथियार डालकर मुख्यधारा में लौटने की इच्छा जताई है। कमेटी ने इस संबंध में एक आधिकारिक पत्र जारी करते हुए आत्मसमर्पण के अपने फैसले का ऐलान किया है। यह कदम हाल ही में राज्य के अन्य हिस्सों में हुए बड़े नक्सली आत्मसमर्पण की श्रृंखला के बाद आया है।
गरियाबंद के पुलिस अधीक्षक (SP) निखिल राखेचा ने नक्सलियों के इस निर्णय का स्वागत किया है और इसे एक सकारात्मक पहल बताया है। एसपी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पत्र की प्रामाणिकता की जाँच की जा रही है, लेकिन पुलिस हिंसा का रास्ता छोड़ने वाले किसी भी नक्सली का खुले दिल से स्वागत करती है। उन्होंने गोबरा, सीतानदी और शक्ति-सारंगढ़-रायगढ़ क्षेत्रों में सक्रिय अन्य माओवादी कैडरों से भी जल्द से जल्द आत्मसमर्पण करने की अपील की। एसपी राखेचा ने जोर देकर कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
यह विकास इस बात का संकेत है कि राज्य सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों के लगातार दबाव का असर अब दूरदराज के इलाकों में भी दिखने लगा है। पुलिस ने नक्सलियों से बिना किसी झिझक के सीधे संपर्क करने की अपील की है, ताकि वे हिंसा और अंधेरे का जीवन छोड़कर शांतिपूर्ण समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकें। आत्मसमर्पण करने वालों को सरकारी योजनाओं के तहत हर संभव मदद दी जाएगी।



