कांग्रेस का कहना है कि सत्ताधारी पार्टी अन्य राजनीतिक दलों को स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दे रही है, यहां तक कि मुख्यमंत्री के गांव पिनाराई में भी।
मुख्य बिंदु:
- कांग्रेस ने सीपीआई (एम) पर वेंडुट्टई में अपने बूथ समिति कार्यालय में तोड़फोड़ का आरोप लगाया।
- विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने इसे “अत्यधिक दुर्भाग्यपूर्ण” और “निंदनीय” बताया।
- उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री के गांव में राजनीतिक पार्टी का कार्यालय जलाया गया, यह किस तरह का लोकतंत्र है?”
- सतीसन ने मुख्यमंत्री से जवाब मांगते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
- कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी पर पूरे राज्य में “तानाशाही रवैया” अपनाने का आरोप लगाया।
कांग्रेस का रुख:
6. वीडी सतीसन ने कहा कि कांग्रेस इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी।
7. केपीसीसी प्रमुख के सुधाकरण ने कहा कि सीपीआई (एम) कार्यालयों को रातोंरात गिराया जा सकता है।
8. सुधाकरण ने रविवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह विवादास्पद टिप्पणी की।
घटना का प्रभाव:
9. कांग्रेस का कहना है कि यह घटना राज्य में लोकतंत्र के लिए खतरा है।
10. सीपीआई (एम) ने इन आरोपों पर अभी तक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
11. विपक्षी दलों का कहना है कि राज्य सरकार राजनीतिक असहमति को दबा रही है।
आक्रोश और मांग:
12. कांग्रेस ने कार्यालय तोड़फोड़ में सीपीआई (एम) से जुड़े लोगों का हाथ होने का आरोप लगाया।
13. पार्टी ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
14. घटना ने विपक्ष और सत्तारूढ़ दल के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
नए कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन:
15. सुधाकरण ने वेंडुट्टई में एक नया कांग्रेस कार्यालय का उद्घाटन किया।
16. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से सीपीआई (एम) के खिलाफ दृढ़ रहने का आग्रह किया।
राजनीतिक माहौल:
17. यह घटना राज्य की राजनीतिक अस्थिरता को दर्शाती है।
18. विपक्ष और सत्तारूढ़ पार्टी के बीच बढ़ती खाई पर जनता की नजर है।
लोकतांत्रिक मूल्यों की बात:
19. विपक्ष ने इसे राज्य में लोकतंत्र पर हमला बताया।
20. कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी की है।


