यह जानकारी मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने दी है। उन्होंने निर्माण में लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा है कि मंदिर परिसर में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।
आचार्य दास ने बताया कि गर्भगृह के ठीक ऊपर छत से रिसाव हो रहा है, जिससे दीवारों पर सीलन आ गई है। उन्होंने कहा, “बारिश का पानी जमा हो गया है क्योंकि परिसर में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है।”
उन्होंने निर्माण एजेंसी से इस मामले को जल्द से जल्द ठीक करने की मांग की है। उन्होंने कहा, “यह बहुत ही आश्चर्यजनक बात है कि इतने सारे इंजीनियरों की मौजूदगी और भव्य उद्घाटन के बाद भी छत से पानी लीक हो रहा है।”
गौरतलब है कि राम मंदिर का भव्य उद्घाटन जनवरी 2024 में हुआ था। यह लंबे समय से चले आ रहे अयोध्या विवाद के समाधान के बाद बनाया गया है।



