खाने को नहीं दानें और हमास चला इजरायल मिटाने, गाजा का अनाज खत्म, 5 दिनों में भुखमरी का संकट
संयुक्त राष्ट्र के विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) ने मंगलवार को कहा कि इजरायल की घेराबंदी के कारण गाजा पट्टी में भोजन की स्थिति गंभीर हो रही है। अगर गाजा की सीमा को जल्द नहीं खोला गया तो इजरायल की आंखों में नासूर बने इस क्षेत्र में भुखमरी के हालात बन सकते हैं। गाजा में जाने वाली विदेशी सहायता इजरायल के हवाई हमलों के कारण मिस्र से लगी राफा बॉर्डर पर अटकी हुई है। 23 लाख लोगों की आबादी वाले इस फिलिस्तीनी इलाके में मानवीय संकट के गहराने का खतरा है। इजरायल ने हमास के हमलों के कारण गाजा की घेराबंदी की हुई है। इजरायल ने चेतावनी दी है कि यह घेराबंदी तब तक नहीं खुलने वाली है, जब तक गाजा पट्टी पर हमास का एक भी आतंकवादी जीवित है। उसने उत्तरी गाजा में सैन्य कार्रवाई के लिए लाखों की संख्या में सैनिकों को भारी हथियारों के साथ तैनात किया हुआ है।

इजरायली बमबारी में गाजा में 2800 से अधिक की मौत
गाजा के अधिकारियों का कहना है कि इजरायली बमबारी में 2800 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से लगभग एक चौथाई बच्चे हैं। वहीं, घायलों की संख्या भी 11000 से पार पहुंच चुकी है। इस बीच गाजा के अस्पतालों में आपूर्ति ठप पड़ चुकी है। डब्ल्यूएफपी के प्रवक्ता अबीर एतेफा ने काहिरा से वीडियो लिंक के माध्यम से बताया कि दुकानों के अंदर, स्टॉक कुछ दिनों से भी कम समय का हो रहा है, शायद चार या पांच दिनों का भोजन स्टॉक बचा है। उन्होंने कहा कि गाजा पट्टी में पांच आटा मिलों में से केवल एक ही सुरक्षा चिंताओं और ईंधन की अनुपलब्धता के बीच चल रही थी।
गाजा में ब्रेड के लिए घंटों की लाइन
विश्व खाद्य कार्यक्रम के प्रवक्ता अबीर एतेफा ने कहा कि इस कारण गाजा में ब्रेड की आपूर्ति कम हो रही है और लोग ब्रेड पाने के लिए घंटों लाइन में लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूएफपी से अनुबंधित गाजा में 23 बेकरियों में से केवल पांच बेकरियां अभी भी चालू हैं। अबीर एतेफा ने कहा कि गाजा के भीतर हमारी खाद्य आपूर्ति वास्तव में कम हो रही है। प्रवक्ता ने कहा कि डब्ल्यूएफपी के गोदामों में कोई लूटपाट नहीं हुई है, और “वैसे भी, हमने गोदामों में जो कुछ भी थोड़ा है वह बहुत कम है।
राफा में अटकी हुई है गाजा की सहायता
सहायता एजेंसियां मिस्र के एल अरिश हवाई अड्डे तक आपूर्ति पहुंचा रही हैं, जो राफा बॉर्डर क्रॉसिंग से लगभग 20 किलोमीटर दूर है और गाजा पट्टी में एकमात्र हवाई अड्डा है जो इजरायल के नियंत्रण में नहीं है। मिस्र ने अब तक इस क्रासिंग को विदेशी नागरिकों की सहायता के लिए बंद कर रखा है। इस क्रॉसिंग पर इजरायल ने बार-बार फिलिस्तीनी हिस्से पर हमला किया है। ऐसे में मिस्र इस क्रॉसिंग को खोलकर कोई भी विवाद खड़ा नहीं करना चाहता। दूसरी बात यह है कि मिस्र खुद की आर्थिक तंगी से गुजर रहा है। ऐसे में वह गाजा के शरणार्थियों को लेने के लिए तैयार नहीं है।
मिस्र सीमा पर सहायता से लदी गाड़ियों की कतार
सिनाई फाउंडेशन के अहमद सलेम ने कहा कि राफा क्रॉसिंग से गाजा की सीमा की ओर जाने वाले ट्रकों में मिस्र की सहायता भरी पड़ी है। इसके अलावा और सहायता सामग्री अंतरराष्ट्रीय सहायता गोदामों में रखी हुई हैं। सलेम और एक अन्य सुरक्षा सूत्र ने कहा कि मिस्र ने क्रॉसिंग के भीतर उन सड़कों की मरम्मत की थी जो इजरायली हमलों से क्षतिग्रस्त हो गई थीं। हालांकि, मिस्र ने यह नहीं बताया है कि वह राफा बॉर्डर क्रॉसिंग को कब खोलने वाला है। इसके बावजूद हर दिन हजारों की संख्या में गाजा के निवासी इस क्रॉसिंग के खुलने की आस में जुट रहे हैं।



