पेटीएम, भारत की प्रमुख डिजिटल भुगतान और वित्तीय सेवा कंपनी, ने वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही के लिए निराशाजनक नतीजे दर्ज किए हैं। कंपनी का शुद्ध घाटा बढ़कर 550 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही में हुए 168.90 करोड़ रुपये के घाटे से लगभग दोगुना है। तिमाही के दौरान कंपनी की कुल आय भी सालाना आधार पर 3% घटकर 1,450 करोड़ रुपये हो गई।
विश्लेषकों का कहना है कि ये नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे हैं, जिससे कंपनी के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार में 5% से अधिक की गिरावट आई है। कमजोर वित्तीय प्रदर्शन के अलावा, बढ़ती प्रतिस्पर्धा और नियामकीय अनिश्चितता भी पेटीएम के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।
पेटीएम को उम्मीद है कि आने वाली तिमाही में उसके वित्तीय प्रदर्शन में सुधार होगा क्योंकि वह नए उत्पादों और सेवाओं को लॉन्च करता है और अपने मौजूदा व्यापार को मजबूत करता है। हालांकि, कंपनी को प्रतिस्पर्धा से कड़ी टक्कर मिलने की भी संभावना है, क्योंकि भारत के डिजिटल भुगतान बाजार में कई अन्य खिलाड़ी मौजूद हैं।