खेलते समय दो बच्चे, एक 5 साल का और दूसरा 6 साल का, खुले सेप्टिक टैंक में गिर गए। इस हादसे में दोनों बच्चों की मौत हो गई।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और परिजन मौके पर पहुंचे। बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
यह घटना बेहद दुखद है और यह एक बार फिर से खुले सेप्टिक टैंकों के खतरे को उजागर करती है। ऐसे टैंक बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो सकते हैं।
ग्रामीण इलाकों में खुले सेप्टिक टैंक एक आम समस्या है। इन टैंकों को ढक्कन से ढका नहीं होता है जिससे बच्चे इनमें गिर जाते हैं। इस तरह की घटनाएं हर साल होती हैं और इनमें कई बच्चे अपनी जान गंवा देते हैं।
सरकार को खुले सेप्टिक टैंकों को बंद करने और सुरक्षित विकल्पों को अपनाने के लिए कदम उठाने चाहिए। साथ ही, लोगों को भी जागरूक करने की जरूरत है कि खुले सेप्टिक टैंक कितने खतरनाक होते हैं।


