लातेहार के चंदवा में शनिवार को एक ऐसी घटना हुई जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया। एक ट्रक चालक, जो रोज की तरह अपनी यात्रा पर था, अचानक ट्रक का टायर बदलते समय तेज धमाके के साथ घायल हो गया। दर्द से तड़पता वह सड़क किनारे पड़ा रहा, लेकिन मदद के इंतजार में उसकी सांसें धीरे-धीरे थमती गईं।
स्थानीय लोगों ने तुरंत एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन मदद की गाड़ी रेलवे फाटक पर फंस गई। समय बीतता गया और घायल चालक वहीं पड़े-पड़े जिंदगी की जंग हारता रहा। जब तक एंबुलेंस पहुंची, वह मौत की आखिरी सीढ़ी पार कर चुका था। डॉक्टरों ने उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया।
मृत चालक उमाशंकर सहाय बिहार के नवादा जिले का रहने वाला था और उसकी मौत ने परिवार में मातम ला दिया। लोग कहते हैं, “अगर एंबुलेंस समय पर पहुंचती, तो शायद उसकी जान बच जाती।” इस घटना ने इलाके में यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या हमारी सेवाएं किसी की जान बचाने में सक्षम हैं या सिर्फ औपचारिकता बनकर रह गई हैं?


