भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “ये आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को दूसरों पर आरोप लगाने के बजाय अपने भीतर झांकना चाहिए और अपनी आंतरिक समस्याओं व असफलताओं का ठीकरा दूसरों पर फोड़ने से बचना चाहिए।”
गौरतलब है कि गुरुवार को पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने दावा किया था कि जाफर एक्सप्रेस हमले में शामिल आतंकवादी अफगानिस्तान में मौजूद अपने सरगनाओं के संपर्क में थे।
भारत ने पाकिस्तान को कड़ी नसीहत देते हुए कहा कि वह बार-बार अपने देश की नाकामियों का दोष भारत पर मढ़ने की कोशिश कर रहा है, जो उसकी आदत बन गई है।
विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगाने की सलाह दी और कहा कि वह अपनी जमीन पर सक्रिय आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का यह आरोप दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा सकता है।
भारत ने एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को आतंकवाद का गढ़ बताते हुए वैश्विक समुदाय से इस पर ध्यान देने का आग्रह किया।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान अपनी आंतरिक अस्थिरता को छुपाने के लिए इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाता है।
पाकिस्तान द्वारा भारत पर लगाए गए इन आरोपों पर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा हो रही है।


