आग लगने से बाजार की दर्जनों दुकानें जलकर खाक हो गईं और मौके पर रखे कई गैस सिलेंडरों के फटने से इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दमकल विभाग की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कैसे लगी आग
प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग पहले एक दुकान में लगी और फिर तेज हवा के कारण आसपास की दुकानों में फैल गई। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि कुछ ही देर में पूरे बाजार को अपनी चपेट में ले लिया।
आग लगने के दौरान बाजार में मौजूद लोग अपनी जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। इसी बीच कुछ दुकानों में रखे गैस सिलेंडरों में जोरदार धमाके हुए, जिससे हालात और भी भयावह हो गए।
दमकल की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। हालांकि, तब तक कई दुकानें पूरी तरह जल चुकी थीं। स्थानीय लोगों ने भी आग बुझाने में मदद की।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि, “आग पर काबू पाने में काफी मुश्किलें आ रही थीं क्योंकि बाजार में जलने वाली सामग्रियां बड़ी मात्रा में थीं। लेकिन दमकल कर्मियों ने पूरी सावधानी से आग को बुझाया।”
भारी नुकसान
इस आगजनी में करोड़ों रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। कई दुकानदारों का कहना है कि उनका पूरा माल जलकर खाक हो गया। कुछ दुकानों में तो आग लगने के बाद फर्नीचर और अन्य सामान पूरी तरह नष्ट हो गए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
देवघर जिला प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। प्रशासन ने प्रभावित दुकानदारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। साथ ही, पीड़ितों को तात्कालिक सहायता के रूप में खाद्य सामग्री और रहने की व्यवस्था की गई है।
स्थानीय लोगों में भय का माहौल
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में डर का माहौल है। दुकानदारों ने प्रशासन से मांग की है कि बाजार में अग्निशमन व्यवस्था को मजबूत किया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
देवघर में हुई इस घटना ने प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग अब सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।



