झारखंड में ईडी की बड़ी कार्रवाई, 21 ठिकानों पर मारे छापे, मचा हड़कंप.

रांची: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को झारखंड में 21 अलग-अलग स्थानों पर छापा मारा, जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया। यह कार्रवाई धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) मामले से जुड़ी बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमें रांची, धनबाद, जमशेदपुर, बोकारो सहित अन्य जिलों में विभिन्न ठिकानों पर पहुंचीं और जांच शुरू की।
सुबह से शुरू हुई छापेमारी
ईडी की कार्रवाई शुक्रवार सुबह से ही शुरू हो गई थी। अलग-अलग टीमों ने एक साथ कई जगहों पर दबिश दी, जिससे संबंधित क्षेत्रों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बताया जा रहा है कि यह छापेमारी कुछ राजनेताओं, व्यापारियों और नौकरशाहों से जुड़े ठिकानों पर की गई।
सूत्रों के मुताबिक, यह जांच अवैध खनन, सरकारी टेंडर घोटाले और अन्य आर्थिक अपराधों से संबंधित हो सकती है। ईडी को शक है कि बड़ी मात्रा में काले धन को सफेद करने की कोशिश की गई है, जिसमें कई प्रभावशाली लोग शामिल हो सकते हैं।
महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त
सूत्रों के अनुसार, ईडी की टीमों ने कई स्थानों से महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए हैं। कुछ ठिकानों पर नकदी बरामद होने की भी खबर है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशासनिक हलचल तेज
ईडी की इस कार्रवाई के बाद झारखंड की राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। हालांकि, ईडी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि जांच का दायरा और बढ़ सकता है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस छापेमारी पर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है, जबकि सत्तारूढ़ दल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। कुछ नेताओं ने कहा कि यह कार्रवाई पूर्व नियोजित है और विपक्ष को दबाने की कोशिश की जा रही है।
ईडी की यह कार्रवाई झारखंड की राजनीति और प्रशासन पर क्या असर डालेगी, यह आने वाले दिनों में साफ होगा। फिलहाल, राज्य में इस छापेमारी को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं।