जमशेदपुर: झारखंड के जमशेदपुर स्थित गोविंदपुर इलाके में हाल ही में हुई पुलिस मुठभेड़ में मारा गया कुख्यात अपराधी अनुज कन्नौजिया दरअसल उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी मुख्तार अंसारी के ‘IS 191 गैंग’ से जुड़ा था। पुलिस को इस बात की जानकारी मुठभेड़ के बाद मिली, जिससे पूरे महकमे में हड़कंप मच गया है।
अनुज कन्नौजिया न केवल गैंग का सदस्य था, बल्कि वह झारखंड में इसका विस्तार भी कर रहा था। पुलिस जांच में सामने आया है कि अनुज ने जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो जैसे औद्योगिक शहरों में नेटवर्क खड़ा करने की कोशिश की थी। उसके संपर्क में कुछ स्थानीय अपराधी भी थे, जो रंगदारी, सुपारी किलिंग और अवैध हथियारों की तस्करी जैसे मामलों में पहले से सक्रिय थे।
सूत्रों के मुताबिक, ‘IS 191 गैंग’ मुख्तार अंसारी का कोडनेम है—IS का मतलब ‘इंडियन स्टेट’ और 191 मुख्तार का जेल नंबर था। इस गैंग के जरिए अंसारी उत्तर प्रदेश और आसपास के राज्यों में अपना दबदबा बनाए रखता था। अब यही गैंग झारखंड जैसे शांत माने जाने वाले राज्य में भी पांव पसारने की कोशिश कर रहा था।
अनुज के पास से बरामद मोबाइल और दस्तावेज़ों की जांच से पता चला है कि वह लगातार यूपी और बिहार के गैंग के सदस्यों से संपर्क में था। पुलिस को उसके मोबाइल से कुछ वॉयस रिकॉर्डिंग और चैट भी मिली हैं, जिनमें झारखंड में टारगेट तय करने की बात हो रही है।
झारखंड पुलिस अब राज्य के अन्य हिस्सों में भी ‘IS 191 गैंग’ के संभावित ठिकानों की तलाश कर रही है। एसटीएफ और खुफिया विभाग को अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस ने यह भी संकेत दिया है कि जल्द ही गैंग के झारखंड नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
इस खुलासे ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और पुलिस को अब नई रणनीति के तहत अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करनी होगी।



