लद्दाख के खुबानी किसान अप्रैल में हुई असमय बर्फबारी के कारण संकट का सामना कर रहे हैं।
इस अप्रत्याशित मौसम ने उनकी फसल को भारी नुकसान पहुंचाया है, जिससे उनकी आजीविका पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग के निदेशक ने बेहतर तरीके से बदलती मौसम की परिस्थितियों के अनुकूल होने के लिए मौसम के प्रति जागरूक समाज की आवश्यकता पर जोर दिया है।
अप्रैल के महीने में लद्दाख में हुई भारी बर्फबारी ने खुबानी के पेड़ों पर लगे फूलों और छोटे फलों को बुरी तरह से प्रभावित किया है। किसानों का कहना है कि यह बर्फबारी ऐसे समय में हुई जब फसल पकने की शुरुआती अवस्था में थी, जिससे उत्पादन में भारी गिरावट आने की आशंका है। खुबानी लद्दाख की एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है और इस नुकसान से किसानों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो जाएगी।
मौसम विभाग के निदेशक ने इस घटना को जलवायु परिवर्तन के बढ़ते प्रभावों का एक उदाहरण बताया है। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम के पैटर्न को देखते हुए किसानों और आम जनता दोनों को मौसम के पूर्वानुमान के प्रति अधिक संवेदनशील होने और उसके अनुसार अपनी गतिविधियों की योजना बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने मौसम के अनुकूल कृषि पद्धतियों को अपनाने और आपदा प्रबंधन की तैयारियों को मजबूत करने पर भी जोर दिया।



