
उन्होंने इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए यह कदम उठाया है, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे।
यह निर्णय तब आया है जब इस घटना को लेकर जनता और विभिन्न हलकों से भारी आलोचना हो रही थी, जहां भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों में गंभीर खामियों का आरोप लगाया गया था। भगदड़ के बाद से ही, घटना के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की जा रही थी। केएससीए के शीर्ष पदाधिकारियों का यह इस्तीफा, इस दुखद घटना के लिए उनकी जवाबदेही को दर्शाता है।
हालांकि, यह इस्तीफा केवल शुरुआत है। इस मामले की गहन जांच अभी भी जारी है ताकि यह पता चल सके कि ऐसी भयावह घटना क्यों हुई और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं। मृतकों के परिवारों और घायलों को न्याय दिलाने के लिए व्यापक सुधार और जिम्मेदारियों का निर्धारण आवश्यक है।