लेह और कारगिल के जिला अस्पतालों में तैनात काउंसलरों ने एचआईवी के प्रसार को रोकने के लिए जल्दी पता लगाने (Early Detection) और उसके बाद उचित दवा (Proper Medication) पर जोर दिया है। उनका कहना है कि समय पर पहचान और उपचार से न केवल संक्रमित व्यक्ति का जीवन बचाया जा सकता है, बल्कि इससे दूसरों में संक्रमण फैलने का खतरा भी कम होता है। काउंसलर्स लोगों को सुरक्षित यौन संबंध बनाने, सुई साझा न करने और नियमित जांच कराने के लिए जागरूक कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग इन आंकड़ों को गंभीरता से ले रहा है और एचआईवी/एड्स के खिलाफ जागरूकता अभियान तेज कर रहा है। ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में जांच शिविर लगाए जा रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो सके और उन्हें सही जानकारी मिल सके। यह आवश्यक है कि समुदाय के सभी वर्ग इस लड़ाई में सहयोग करें ताकि लद्दाख को एचआईवी मुक्त बनाया जा सके।


