NationalPoliticsStates

भारत ने ऊर्जा संक्रमण में 50% गैर-जीवाश्म क्षमता हासिल की

केरल-नटाल, दक्षिण अफ्रीका (G20): केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल ने जी20 ऊर्जा परिवर्तन मंत्रिस्तरीय बैठक (G20 Energy Transitions Ministerial Meeting) में ऊर्जा संक्रमण (Energy Transition) के क्षेत्र में भारत के अग्रणी (Leadership) प्रयासों पर प्रकाश डाला।

 

मंत्री ने वैश्विक मंच पर इस बात पर ज़ोर दिया कि ऊर्जा सुरक्षा (Energy Security), विशेष रूप से ग्लोबल साउथ के लिए, एक अत्यंत आवश्यक वैश्विक चुनौती बनी हुई है। उन्होंने आर्थिक स्थिरता और न्यायसंगत ऊर्जा पहुंच सुनिश्चित करने के लिए जी20 से सहयोग बढ़ाने का आवाहन किया।

मनोहर लाल ने एक अभूतपूर्व उपलब्धि का उल्लेख करते हुए बताया कि भारत ने अपने राष्ट्र निर्धारित योगदान (NDC) लक्ष्य को निर्धारित समय से पाँच साल पहले ही यानी 2025 में ही हासिल कर लिया है। यह लक्ष्य गैर-जीवाश्म ईंधन (Non-fossil fuel) क्षमता को 50 प्रतिशत तक बढ़ाना था। यह तेज प्रगति जलवायु परिवर्तन से निपटने और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए भारत को एक वैश्विक केंद्र बनाने और 2047 तक 100 GW परमाणु ऊर्जा क्षमता हासिल करने जैसे देश के महत्वाकांक्षी स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की। इसके अलावा, 20% इथेनॉल सम्मिश्रण (Ethanol Blending) की उपलब्धि के साथ भारत के जैव-ईंधन कार्यक्रम (Biofuels Programme) की सफलता को भी उजागर किया गया।

मंत्री ने विकासशील देशों पर जलवायु परिवर्तन के असंतुलित प्रभाव को स्वीकार करते हुए जलवायु न्याय (Climate Justice) की माँग की। उन्होंने पेरिस समझौते के तहत जलवायु वित्त (Climate Finance) और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (Technology Transfer) की प्रतिबद्धताओं के महत्व पर बल दिया। मनोहर लाल ने सभी देशों से लचीले (Resilient), टिकाऊ और न्यायसंगत ऊर्जा प्रणालियाँ बनाने के लिए मिलकर काम करने का आवाहन किया।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button