वाराणसी : प्रशासन ने ज्ञानवापी में पूजा करने से रोका, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती अनशन पर बैठे
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती श्रीविद्या मठ के गेट पर आज अनशन पर बैठ गये. खबर है कि स्वामी को प्रशासन ने ज्ञानवापी में पूजा करने से रोक दिया. उन्होंने कहा कि जब तक ज्ञानवापी में प्रकट हुए आदि विश्वेश्वर शिवलिंग की पूजा नहीं करेंगे, तब तक अन्न-जल भी नहीं लेंगे.स्वामी ने कहा कि ज्ञानवापी में मिला शिवलिंग हमारा आदि विश्वेश्वर का पुराना ज्योतिर्लिंग है. देवता की पूजा इसलिए कि जाती है, क्योंकि उसमें प्राण होते हैं.
भगवान को भूखा-प्यासा नहीं रखा जा सकता
भगवान को भूखा-प्यासा नहीं रखा जा सकता है. उनका स्नान, शृंगार, पूजा, भोग-राग नियमित होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘हमारी छोटी सी मांग है कि हमें हमारे आराध्य की दिन में एक बार पूजा करने दें. पुलिस के लोग हमारे सामने हमारा रास्ता रोक कर खड़े हो गये हैं. पुलिस अपना काम करेगी, हम अपना काम करेंगे. पूजा का अधिकार प्रत्येक सनातन धर्मी का मौलिक अधिकार है.
काशी के हर मंदिर और पुलिस अधिकारियों के ऑफिस में घुस कर रक्ताभिषेक करेंगे
स्वामी ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा, पुलिस हमसे पूजा की सामग्री ले जाये और हमारे आराध्य देव की विधि-विधान से पूजा कराये. भगवान की पूजा न करके हम पाप के भागी नहीं बनेंगेय. यह भला कैसे हो सकता है कि हम नहाएं, खाएं और पानी पियें और हमारे भगवान ऐसे ही पड़े रहें.
श्रीविद्या मठ के सामने 10 थाने की फोर्स तैनात
जान लें कि श्रीविद्या मठ के सामने 10 थाने की फोर्स, 3 ACP और PAC के जवानों के साथ DCP काशी जोन आरएस गौतम डटे हुए है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की हाउस अरेस्ट जैसी स्थिति है. विश्व हिंदू सेना के प्रमुख अरुण पाठक ने चेतावनी दी है कि यदि हमारे धर्माचार्यों के साथ वाराणसी पुलिस ने कानून व्यवस्था की दुहाई देकर बदतमीजी करने का प्रयास किया तो काशी के हर मंदिर और पुलिस अधिकारियों के ऑफिस में घुस कर रक्ताभिषेक करेंगे.
Source : Lagatar