India-China: भारत के खिलाफ ड्रैगन ने फिर चली चाल, शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने पर अटकाया रोड़ा

चीन शुरू से भारत के खिलाफ दुश्मनी की भावना रखता है. ड्रैगन एक तरफ शांति की बात करता है तो वहीं सीमा पर उसने भारी मात्रा में सैनिकों की तैनाती कर रखी है. भारत के खिलाफ वो हमेशा पाकिस्तान और उसके आतंकी मंसूबों में मदद पहुंचाता है. अब एक बार फिर ड्रैगन ने चाल चली है.
India China Conflict: भारत से दुश्मनी निकालने में चीन एक कदम भी पीछे नहीं हटता. ताजा मामला लश्कर-ए-तैयबा के नेता शाहिद महमूद से जुड़ा है. दरअसल संयुक्त राष्ट्र में भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा के नेता शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकवादी के रूप में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव दिया. लेकिन ड्रैगन ने उस प्रस्ताव पर रोक लगा दी. ड्रैगन अब तक चार बार ऐसी हरकत कर चुका है. जाहिर है चीन भारत से दुश्मनी निकालने का कोई मौका जाने नहीं देता.
चार महीनों में चौथी बार चीन ने लगाया अड़ंगा: यह कोई पहला मौका नहीं है जब चीन ने भारत के पीठ पर छुरा मारा है. इससे पहले भी चीन ऐसा कर चुका है. ड्रैगन ने विश्व स्तर पर किसी आतंकवादी को प्रतिबंधित करने की सूची में डालने के प्रयास को बीते चार महीनों में यह चौथी बार प्रभावित किया है. गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिका के वित्त मंत्रालय ने साल 2016 में महमूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया था.
नहीं खत्म हो रहा चीन का पाकिस्तान प्रेम: भारत के खिलाफ चीन हमेशा से पाकिस्तान का साथ देता आया है. भारत में तबाही मचाने के लिए वो पाकिस्तान का इस्तेमाल करता रहा है. शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकवाद घोषित करने से रोकने में उसका अपना स्वार्थ है. चीन पाकिस्तान को एक बाजार और हथियार बेचने का ठिकाना बनाया है. ताकी उन हथियारों से लश्कर-ए-तैयबा और शाहिद महमूद जैसे आतंकी भारत में तबाही मचा सके.
पाक को चीन का मिलता है खुला समर्थन: पाकिस्तान और पाकिस्तान की सरजमीं पर फलते फूलते आतंकवाद को चीन का वरदहस्त मिलता है. भारत में हमला करने वाले आतंकियों को यूएम में ब्लैक लिस्ट करने से चीन का हमेशा से ऐतराज रहा है. साजिद मीर के केस में भी चीन ने रोड़ा अटकाया था. एक एक बार फिर वो शाहिद महमूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने का राह में रोड़ा अटका रहा है.
from prabhat khababr



