जबरन धर्मांतरण करवाने वाले पाकिस्तानी मौलवी पर ब्रिटेन के द्वारा लगाया गया बैन, जाने क्या है मामला

ब्रिटिश उच्चायोग के द्वारा बताया जा रहा है, कि यूके धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता को बेहद गंभीरता से लेता है और वह दुनिया भर के अल्पसंख्यकों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रहता है. मौलिक स्वतंत्राओ का उल्लंघन करने वालों को लक्षित करता है प्रतिबंधों का नया पैकेज इसमें सिंध भरचुंडी के मौलवी मियां अब्दुल हक का नाम भी शामिल है.
जबरन धर्मांतरण करवाना पाकिस्तान में अब हो गई है आम बात. पाकिस्तान के मुस्लिम मौलवी को बैन वाली सूचि पर डाल कर ब्रिटेन के ऋषि सुनक सरकार ने उठाएं है सख्त कदम. 30 मानवाधिकार, भ्रष्ट अधिकारियों और संस्थाओं के नाम इस सूची में शामिल है. पाकिस्तान के इस मुस्लिम मौलवी के ऊपर कई हिंदू धार्मिक अल्पसंख्यकों की लड़कियों और महिलाओं के जबरन शादी और धर्मांतरण करवाने का आरोप आ रहा है. जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के सिंह घुटने भर चुन्नी शरीफ दरगाह का रहने वाला मौलवी अब्दुल हक का नाम प्रतिबंधों की इस नई सूची में रखा गया है. मानव अधिकार दिवस और अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस को चिन्हित करने के लिए ब्रिटेन के विदेश सचिव जींस क्लीयरली ने शुक्रवार को इस सूची को जारी किया है जिसमें 30 लोगों पर प्रतिबंध लगाया गया है.



