नीतीश, ममता और केजरीवाल का प्रेशर, ऐसे में राजनीति के चाणक्य से क्या ज्ञान ले रहे हैं राहुल?
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब प्रदर्शन ने देश की इस ग्रैंड ओल्ड पार्टी की मुसीबत बढ़ा दी है। कर्नाटक चुनाव के बाद I.N.D.I.A. गठबंधन में कांग्रेस का कद काफी बढ़ गया था। उसे उम्मीद थी इन 5 राज्यों के चुनाव में पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी। लेकिन राजनीति की रपटीली राह में कांग्रेस फिसल गई और पार्टी को उत्तर के राज्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हार का सामना करना पड़ा।
ऐसे वक्त में जब नीतीश कुमार, ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल इंडिया गठबंधन में कांग्रेस के खिलाफ गोलबंदी में जुटे हैं। अखिलेश यादव भी कांग्रेस को आंख दिखा रहे हैं। ऐसे मुश्किल वक्त में सोनिया गांधी, राहुल गांधी जैसे नेता राजनीति के चाणक्य के नाम से जाने शरद पवार से इन दिनों गुरु ज्ञान लेने में जुटे हैं। इंडिया गठबंधन की बैठक हो या विपक्षी दलों की बैठक दोनों नेता पवार से गुफ्तगू करते दिखे।
क्या सीख रहे हैं राहुल?

इंडिया गठबंधन की बैठक हो या फिर जंतर-मंतर पर विपक्षी गठबंधन के नेताओं का प्रदर्शन। हर जगह राजनीति के चाणक्य कहने जाने वाले शरद पवार को खूब तवज्जो मिल रही है। जंतर-मंतर पर चल रहे विपक्ष के प्रदर्शन में भी राहुल और शरद पवार एक-दूसरे के करीब बैठे थे। इस तस्वीर में राहुल पवार से बातचीत करते दिख रहे हैं। दरअसल, हाल के दिनों में पवार और कांग्रेस के बीच काफी नजदीकी देखने को मिली है। पवार के पास 6 दशक से ज्यादा का राजनीतिक अनुभव है। जाहिर है राहुल को वो कुछ दांव ही बता रहे होंगे।
सोनिया-पवार में क्या गुफ्तगू?

एक वक्त सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाकर कांग्रेस छोड़कर अलग पार्टी बनाने वाले पवार का इन दिनों सोनिया गांधी से भी अच्छे रिश्ते हैं। इंडिया गठबंधन की बैठक में दोनों नेता आपस में काफी चर्चा करते दिखे। दरअसल, पवार एक वक्त सोनिया गांधी के पति राजीव गांधी के भी करीबी रहे हैं। इसके अलावा उनका लगभग सभी विपक्षी दलों में अच्छी पैठ है। जीवन के 8 दशक देख चुके पवार राजनीति के दिग्गज माने जाते हैं। फिलवक्त पिछले 10 साल से कांग्रेस केंद्र की सत्ता से दूर है। अगले साल लोकसभा के चुनाव होने हैं। जाहिर हैं दोनों दल कुछ राजनीतिक दांव ही बना रहे होंगे।



