World

बिकनी और किस से फंसाती, फिर इस्लाम और खतना का दिखाती डर… हनी ट्रैप में मुंबई की मॉडल अरेस्ट

हनी ट्रैपिंग मामले में कर्नाटक पुलिस ने मुंबई से एक मॉडल को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि यह गिरोह लोगों को अपने जाल में फंसाकर इस्लाम कबूल कराने की धमकी देकर मोटी रकम वसूलता था। मामला बेंगलुरु के पुत्तेनहल्ली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत हुआ है। गिरफ्तार मॉडल की पहचान नेहा उर्फ मेहर के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह इस गिरोह की मुख्‍य आरोपी है। पुलिस ने बताया कि नेहा उर्फ मेहर टेलीग्राम के जरिए बेंगलुरु में 20 से 50 साल की उम्र के भोले-भाले लोगों के संपर्क में आई। उसने उन्हें अपने आवास जेपी नगर फेस 5 में यौन संबंध बनाने का लालच दिया, जिससे लोग उसके लालच में फंस जाते थे। जब वह उसके घर जाते थे तो उनके निजी पल कैमरे में कैद कर लिए जाते थे, उसके बाद ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू होता था।

​खुद बताती थी मुंबई में मॉडल

नेहा का असली नाम मेहर है। उसने नेहा नाम से सोशल मीडिया पर अकाउंट्स बना रखे हैं। इन अकाउंट्स में उसने अपने मॉडलिंग की तस्वीरें लगाई हैं। वह हर समय एक्टिव रहती थी। वह कम उम्र के लड़कों को ढूंढकर उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी। युवक उसकी फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेते थे तो वह उनसे चैट करना शुरू कर देती थी।

​इस तरह युवकों को फंसाती थी मेहर​

चैट के दौरान धीरे-धीरे नेहा उर्फ मेहर उनसे नजदीकियां बढ़ाती। खुलकर बातें करतीं। सेक्स चैट के बाद उन्हें अपने घर मिलने के लिए बुलाती। जो युवक उसके जाल में फंस जाते तो वह उसके घर जाने को राजी हो जाते। मेहर ने बेंगलुरु में एक फ्लैट किराए पर लिया था। यहीं पर उसने युवाओं को फंसाने के सारे इंतजाम कर रखे थे।

​बिकनी में वेलकम करके किस करती​

जब युवक मेहर के घर आते तो वह बिकनी पहनकर उनका स्वागत करती थी। जैसे ही युवक आते उन्हें अपने गले लगाती। किस करती। इस दौरान कमरे में छिपे उसके अन्य साथ चुपके से वीडियो बनाते। उसके बाद वह अचानक सामने आते और फिर युवक को धमकाते।

​ऐसे युवकों को किया जाता था ब्लैकमेल​

वे युवक का मोबाइल छीनकर उसका लॉक खुलवाते और सारे कॉन्टैक्ट नंबर ले लेते। वे कहते थे कि उन्हें अब इस्लाम कुलूब करना पड़ेगा। उनका खतना होगा और उन्हें मेहर से निकाह भी करना होगा। युवकों को उनके आपत्तिजनक वीडियो दिखाए जाते और उन्हें उसके पहचानवालों, परिवार और रिश्तेदारों को भेजने की धमकी दी जाती थी। डरकर युवक उन्हें रुपये देने को राजी हो जाते। यह गिरोह युवकों से ब्लैकमेलिंग करता। उनसे लाखों रुपये ऐंठता था।

​डर और बदनामी से नहीं करते थे शिकायत​

इस तरह के केस में बदनामी से बचने के लिए युवक शांत रहते। वे पुलिस में शिकायत नहीं करते थे। मामला तब खुला, जब एक इंजिनियर को मेहर ने फंसाकर ब्लैकमेल किया। उसने पुलिस में शिकायत की और फिर पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू की। हनी ट्रैपिंग के मामले में गिरोह का भंडाफोड़ किया। नेहा उर्फ मेहर के साथ पकड़े गए लेकिन वह फरार थी। पुलिस ने अब उसे भी गिरफ्तार कर लिया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button