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दिल्ली की वो ‘सीक्रेट’ ट्रेन, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं, महज 12 रुपये में पूरी राजधानी का कराती है सफर

अगर आपसे कहा जाए कि आप सिर्फ 12 रुपये में पूरी दिल्ली का सफर कर सकते हैं, तो शायद आपको इस पर यकीन न हो। लेकिन ये बिल्कुल सच है। इस सफर में न आपको जाम मिलेगा न ही शहर की जहरीली हवा में सांस लेनी पड़ेगी। हम बात कर रहे हैं दिल्ली के रिंग रेलवे की। आपको बता दें कि दिल्ली के चारों और जिस तरह से रिंग रोड बना है वैसे ही रिंग रेलवे भी है। इस रेलवे ट्रैक पर कई लोकल ट्रेने चलती हैं, जिसका किराया सिर्फ 12 रुपये है। ये ट्रेने दिल्ली के लगभग सभी स्टेशनों पर होकर गुजरती है। जब से मेट्रो दिल्ली में आई है तब से लोगों ने रिंग रेलवे को भुला दिया है। आज हम आपको इसी रिंग रेलवे की कहानी बता रहे हैं।

निजामुद्दीन स्टेशन से चलती है ट्रेन

निजामुद्दीन स्टेशन से चलती है ट्रेन

रिंग रेलवे नेववर्क 35 किलोमीटर लंबा गोल ट्रैक है। ये दिल्ली के चारों ओर बनाया गया है। इसका निर्माण साल 1975 में किया गया था। तब इसे माल गाड़ियों की आवाजाही के लिए बनाया गया था, ताकि नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशनों पर ज्यादा लोड न पड़े। लेकिन बाद में इस रेलवे ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेनें भी चलाई गई। रिंग रेलवे ट्रैक पर 1982 में हुए एशियन गेम्स के दौरान हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पैसेंजर ट्रेन शुरू की गई। ये ट्रेन दिल्ली के 21 स्टेशनों से होकर गुजरती थी।

20 मिनट में नई दिल्ली से सफदरजंग

20 मिनट में नई दिल्ली से सफदरजंग

जिस तरह दिल्ली की लाइफ लाइन आज मेट्रो है, वैसे ही 1980 के दशक में ये रिंग रेलवे ट्रैक काफी लोकप्रिय था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस रेलवे ट्रैक पर रोजाना करीब 10 ट्रेन चलती हैं, लेकिन आमतौर पर ये ट्रेने खाली ही रहती हैं। इस रेलवे ट्रैक पर माल गाड़ियों की भरमार रहती है, इसलिए अक्सर पैसेंजर ट्रेने लेट होती है। ये रेलवे ट्रैक न सिर्फ किफायती है बल्कि इससे समय की भी बचत हो सकती है। इस ट्रैक से नई दिल्ली से सफदरजंग का सफर महज 20 मिनट का है। जबकि सड़क के रास्ते आपको कम से कम घंटाभर लग जाता है।

रेलवे ट्रैक को सुधारने पर नहीं दिया गया ध्यान

रेलवे ट्रैक को सुधारने पर नहीं दिया गया ध्यान

कोरोना से पहले रिंग रेलवे नेटवर्क में सुधार की सरकार ने पहल की थी। सरकार ने इस ट्रैक पर स्थित स्टेशनों के विकास का फैसला किया था। हालांकि इस रेलवे ट्रैक पर किसी का कोई ध्यान नहीं है। ये रेलवे ट्रैक सात जगहों पर मेट्रो से जुड़ती है। इनमें लाजपत नगर , लोधी कॉलोनी , सरोजिनी नगर , सफदरजंग और चाणक्यपुरी जैसे दिल्ली के प्रमुख स्टेशन शामिल हैं। सरकार का प्लान था कि इसे और भी मेट्रो स्टेशनों से जोड़ा जाए।

90 मिनट में लगाती है दिल्ली का चक्कर

90 मिनट में लगाती है दिल्ली का चक्कर

अगर आप भी इस रेलवे रिंग रेल में सफर करना चाहते हैं तो दिल्ली के निजामुद्दीन या फिर किसी अन्य स्टेशन पर पहुंच जाएं। ये ट्रेन दिल्ली का एक पूरा चक्कर लगाने में 90 मिनट का समय लेती है। यानी आप हजरत निजामुद्दीन से वापस हजरत निजामुद्दीन तक 90 मिनट में पहुंच जाएंगे। कोरोना से पहले तक इस ट्रैक पर करीब एक दर्जन ट्रेने चलती थीं।

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