राज्य सरकार 22 और 23 अक्टूबर को अमरावती में एक दो दिवसीय ड्रोन समिट का आयोजन करने जा रही है। इस समिट में देश-विदेश के ड्रोन विशेषज्ञ, नवोन्मेषक और अधिकारी एक साथ आएंगे।
ड्रोन के क्षेत्र में नई संभावनाएं:
इस समिट का मुख्य उद्देश्य ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में नई संभावनाओं को तलाशना और इस तकनीक को विभिन्न क्षेत्रों में लागू करने के तरीकों पर चर्चा करना है। इस समिट में कृषि, लॉजिस्टिक्स, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण निरीक्षण जैसे क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
ड्रोन के फायदे:
ड्रोन तकनीक के कई फायदे हैं। इसका उपयोग कृषि में फसलों की निगरानी, बीज बोने और कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, ड्रोन का उपयोग आपदा प्रबंधन में राहत सामग्री पहुंचाने और प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करने के लिए भी किया जा सकता है।
समिट में क्या होगा:
इस समिट में ड्रोन तकनीक से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसमें ड्रोन के विकास के लिए नीतियां बनाने, ड्रोन उद्योग को बढ़ावा देने और ड्रोन के सुरक्षित उपयोग के लिए नियम बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
आंध्र प्रदेश में ड्रोन का उपयोग:
आंध्र प्रदेश सरकार ड्रोन तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। राज्य सरकार ने हाल ही में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए एक नीति बनाई है। इस नीति के तहत, राज्य में ड्रोन का उपयोग कृषि, स्वास्थ्य सेवा और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों में किया जाएगा।
निष्कर्ष:
आंध्र प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित यह ड्रोन समिट ड्रोन तकनीक के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस समिट से ड्रोन तकनीक के विकास को बढ़ावा मिलेगा और इससे राज्य के विकास में भी मदद मिलेगी।



