देश ने हाल ही में “वर्चुअल एसेट यूजर प्रोटेक्शन एक्ट” लागू किया है, जो क्रिप्टो उद्योग को विनियमित करने और क्रिप्टो समुदाय के हितों की रक्षा करने के लिए एक व्यापक ढांचा प्रदान करता है।
यह नया कानून वर्चुअल एसेट सर्विस प्रोवाइडर्स (VASPs) के लिए लाइसेंसिंग प्रणाली स्थापित करता है। साथ ही, यह VASPs को सख्त नियमों का पालन करने के लिए बाध्य करता है, जिनमें मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद के वित्तपोषण को रोकने के उपाय शामिल हैं।
इस ताजा कानून के तहत सियोल ने सभी VASPs को यूजर जमा राशि को बैंकों में सुरक्षित रखने और जमाकर्ताओं को ब्याज का भुगतान करने का निर्देश दिया है। यह कदम पारंपरिक वित्तीय प्रणाली में जमा राशि के समान ही क्रिप्टो परिसंपत्तियों को सुरक्षा प्रदान करता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह नया कानून दक्षिण कोरिया में क्रिप्टो उद्योग के विकास को बढ़ावा देगा। कानूनी स्पष्टता और नियामक निश्चितता से निवेशकों का विश्वास बढ़ेगा और क्रिप्टो बाजार में अधिक निवेश आकर्षित होगा।
हालांकि, कुछ आलोचकों का कहना है कि यह कानून बहुत अधिक सख्त है और इससे नवाचार बाधित हो सकता है। कुल मिलाकर, “वर्चुअल एसेट यूजर प्रोटेक्शन एक्ट” दक्षिण कोरिया द्वारा क्रिप्टो समुदाय को वित्तीय जोखिमों से बचाने के लिए उठाया गया एक महत्वपूर्ण कदम है।