
एनआईए ने कुल 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है, जिनमें से 16 आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। यह कार्रवाई सुरक्षा बलों पर हुए सुनियोजित हमलों की गहन जांच का परिणाम है, जो क्षेत्र में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
यह मामला बीजापुर जिले के धर्मवरम में स्थित नए सीआरपीएफ कैंप और उसके पास स्थित चिंतावागु व पामेड में दो सीआरपीएफ/कोबरा कैंपों पर हुए हमलों से संबंधित है। इन हमलों को [यदि पता हो तो ‘नक्सलियों द्वारा’] अंजाम दिया गया था, जिससे सुरक्षा बलों को काफी नुकसान हुआ था। एनआईए ने अपनी जांच के दौरान इन हमलों की साजिश रचने, उन्हें अंजाम देने और रसद सहायता प्रदान करने में शामिल व्यक्तियों की पहचान की है। आरोप पत्र में इन सभी 17 आरोपियों की भूमिकाओं का विस्तृत ब्योरा दिया गया है, जिसमें उनकी संलिप्तता के सबूत पेश किए गए हैं। फरार चल रहे 16 आरोपियों की तलाश के लिए विशेष अभियान लगातार जारी हैं।
एनआईए ने जोर देकर कहा है कि वह देश विरोधी गतिविधियों में शामिल सभी लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस आरोप पत्र के दाखिल होने के बाद अब कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ेगी और अदालत में आरोपियों के खिलाफ सुनवाई शुरू होगी। यह कार्रवाई छत्तीसगढ़ जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के मनोबल को बढ़ाने और उग्रवाद के खिलाफ जारी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। एनआईए फरार आरोपियों को पकड़ने और इस मामले में शामिल सभी साजिशकर्ताओं को सजा दिलाने के लिए अपनी कोशिशें जारी रखेगी।