उत्तर प्रदेश में ओवैसी की पार्टी AIMIM को बड़ा झटका लगा है।
AIMIM के नेता गुड्डू जमाली ने पार्टी छोड़कर बसपा का दामन थाम लिया है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले गुड्डू जमाली ने बसपा को छोड़कर AIMIM में शामिल हो गए थे। ओवैसी ने उन्हें मुबारकपुर से टिकट भी दिया था, लेकिन वे चुनाव हार गए। अब गुड्डू जमाली ने बसपा में फिर से वापसी कर ली है।
खबरें आ रही हैं कि गुड्डू जमाली को बसपा लोकसभा उम्मीदवार भी बना सकती है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बाद आजमगढ़ लोकसभा सीट खाली है, जहां जल्द ही उपचुनाव हो सकते हैं। मुबारकपुर सीट से शाह आलम (गुड्डू जमाली) ही एकमात्र उम्मीदवार थे जिन्होंने पार्टी की लाज बचाई थी। यूपी की 403 विधानसभा सीटों में ओवैसी ने 100 से ज्यादा प्रत्याशी उतारे थे, लेकिन केवल गुड्डू जमाली ही अपनी जमानत बचा पाए थे। गुड्डू जमाली का बसपा छोड़ना मायावती के लिए बड़ा झटका माना जा रहा था।
नवंबर 2021 में बसपा की बैठक में जमाली ने कहा था कि वह पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम करते हैं, लेकिन मायावती संतुष्ट नहीं हैं। इसलिए उन्होंने बसपा सुप्रीमो को पत्र लिखकर इस्तीफा दे दिया था। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने पहली बड़ी समीक्षा बैठक की। इसमें सभी प्रत्याशियों और पार्टी पदाधिकारियों को बुलाकर हार के कारणों की विवेचना की और पार्टी की सारी कार्यकारिणी को भंग कर दिया। साथ ही, 3 चीफ कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की। 2022 के चुनाव में बसपा का प्रदर्शन बेहद खराब रहा, वोट प्रतिशत घटकर 13% रह गया और केवल एक सीट पर जीत मिली।