कंपनी का कहना है कि यूरोपीय संघ के डिजिटल मार्केट्स ऐक्ट (DMA) के नियमों के कारण ऐसा करना पड़ रहा है।
DMA यह सुनिश्चित करना चाहता है कि टेक दिग्गज अपने प्लेटफॉर्म पर प्रतिस्पर्धी उत्पादों और सेवाओं के साथ सहज इंटरऑपरेबिलिटी की अनुमति दें। Apple का दावा है कि इससे यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी को खतरा हो सकता है।
इन तीन फीचर्स में से पहला है “Apple इंटेलिजेंस” जो यूजर्स को कमांड देने पर टेक्स्ट, इमेज और दूसरी तरह का कंटेंट तैयार करने में मदद करता है। दूसरा फीचर है आईफोन मिररिंग जो मैकओएस सिकोइया पर आईफोन की स्क्रीन को देखने और उससे इंटरैक्ट करने की अनुमति देता है। तीसरा फीचर है शेयरप्ले स्क्रीन शेयरिंग एन्हांसमेंट्स।
Apple ने एक बयान में कहा, “हमें चिंता है कि DMA की इंटरऑपरेबिलिटी की आवश्यकताएं हमें अपने उत्पादों की सुरक्षा से समझौता करने के लिए मजबूर कर सकती हैं, जिससे यूजर प्राइवेसी और डेटा सिक्योरिटी को खतरा हो सकता है।”
फिलहाल यह तो साफ नहीं है कि यह देरी कब तक चलेगी। यूरोपीय संघ और Apple के बीच इस मुद्दे पर चर्चा जारी रहने की संभावना है।


